रामलला की हरी पोशाक पर उठा विवाद, ट्रस्ट ने दिया यह जवाब

controversy over colour of ramlala green dress

रामलला को 5 अगस्त को होने वाले भूमि पूजन पर किस रंग की पोशाक पहनना है, इस बात पर एक नया विवाद सामने आ गया है | बात धर्म और संप्रदाय तक पहुच गयी है | राम मन्दिर के शिलान्यास कार्यकाल की तिथि जैसे-जैसे करीब आ रही है, रोज नये-नये विवाद सामने उत्पन्न हो जा रहें है | नया विवाद रामलला को भूमि पूजन के विशेष अवसर पर पहनाई जा रही पोशाक के रंग पर उठ गया है |

इसके पहले अभी कुछ दिनों पूर्व ही मन्दिर शिलान्यास के शुभ-मुहूर्त को लेकर राम मंदिर मुहूर्त विवाद उत्पन्न हो गया था | स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती के शिष्य) ने राम मंदिर शिलान्यास की तिथि को अशुभ बताकर सनसनी फैला दी थी |

इसी प्रकार महामंडलेश्वर स्वामी कन्हैया प्रभु नंदन गिरि ने खुद को भूमि पूजन में आमंत्रित न किये जाने पर इसे दलितों की उपेक्षा का कहा |

जैसे-जैसे राम मंदिर निर्माण की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है, वैसे-वैसे ही नये-नये विवाद जन्म ले रहे है | कोई शुभ मुहूर्त पर, तो कोई दलितों की उपेक्षा पर तो कोई रामलला की पोशाक के रंग पर सवाल कर रहा है |

खास बात यह है कि खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राम मंदिर शिलान्यास और भूमि पूजन से सम्बन्धित हर चीज का निरीक्षण कर रहे है |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास और भूमि पूजन करेंगे | यह भूमि पूजन काशी के विद्वानों की देख-रेख में होगा | इस विशेष अवसर के दौरान रामलला (भगवान राम) को विशेष रूप से तैयार जो पोशाक पहनाई जाएगी, वो हरे रंग की है |

अब जब यह बात सार्वजनिक हो गयी है तो कई लोग रामलला की इस हरी पोशाक को धर्म और संप्रदाय से जोड़ने लगे है |

रामलला की हरी पोशाक पर बढ़ते विवाद को रोकने के लिए खुद राम जन्म भूमि ट्रस्ट को सामने आना पड़ा है | श्रीराम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने प्रेस कांफ्रेंस में राम लला की हरी पोशाक विवाद पर कहा कि कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सपने में भी देखते है तो वें डर जाते है |

राम जन्म भूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि कुछ लोग भगवान राम की हरी पोशाक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जोड़ रहे है, जबकि रामलला की पोशाक के निर्धारण से पीएम, सीएम या ट्रस्ट का कोई सम्बन्ध नही है |

महासचिव चंपत राय के अनुसार पुजारी दिन के अनुसार यह तय करते है कि किस दिन किस रंग के कपड़े भगवान राम पहनेंगे | उनके अनुसार हर रंग समृद्धि का प्रतीक है, खुशहाली का प्रतीक है, यह भारत की समृद्धि का प्रतीक है |

खैर राम जन्म भूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय की भगवान राम की हरी पोशाक विवाद (राम लला हरी पोशाक विवाद) पर दी गयी सफाई से कुछ हद तक यह मामला शांत होता नजर आ रहा है |