Proud Facts About India : भारत के बारे में रोचक जानकारी

Proud Facts About India

भारत के बारे में रोचक जानकारी (Proud Facts About India) : भारत प्राचीन काल में अनेकानेक मानव प्रजातियों का संगम रहा है | प्राक्-आर्य, हिन्द-आर्य, यूनानी, शक, हूण और तुर्क इत्यादि अनेक प्रजातियों ने भारत को अपना निवास स्थान बनाया | भारत में निवास करने वाली प्रत्येक प्रजाति ने भारत की सामाजिक व्यवस्था, साहित्य, शिल्पकला व वास्तुकला में यथाशक्ति अपना अपना योगदान दिया | प्राचीन भारतीय संस्कृति की यह सबसे बड़ी अद्भुत विशेषता रही है कि इसमें पूर्व व पश्चिम के और उत्तर व दक्षिण के सांस्कृतिक उपादान समेकित हो गये | भारत में अनेक धर्मों जैसे हिन्दू, जैन, बौद्ध, सिक्ख धर्म का उदय हुआ लेकिन अनेक विविधताओं के बावजूद भीतर से भारत में गहरी एकता झलकती है | (Proud Facts About India : भारत के बारे में रोचक जानकारी)

भारत उत्तर दिशा में हिमालय से और शेष तीन दिशाओं में समुद्रों से घिरा हुआ है | प्राचीन काल में हिमालय की मौजूदगी के कारण उत्तर से होने वाले हमलों से भारत की रक्षा होती थी | हिमालय साइबेरिया से चलकर मध्य एशिया को पार करने वाली उत्तरध्रुवीय ठंडी हवाओं को भारत में आने से रोकता है | (Proud Facts About India : भारत के बारे में रोचक जानकारी)

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भारत का नाम इंडिया इंडस नदी (सिन्धु नदी) के कारण पड़ा | इंडस नदी के आसपास की घाटी में आरंभिक सभ्यताएं मौजूद थी | जब विदेशी सर्वप्रथम सिन्धु तटवासियों के सम्पर्क में आए तो उन्होंने सम्पूर्ण देश को सिन्धु या इंडस कह कर पुकारा | ईरानी भाषा में हिंद शब्द संस्कृत के सिंधु से बना है | बाद में भारत को इंडिया कहा गया, जो इसके यूनानी पर्याय के बहुत नजदीक है, यह फारसी व अरबी भाषाओँ में हिंद नाम से विदित हुआ | हिन्दुस्तान शब्द पहले-पहल ईरान के सासानी राजाओं के अभिलेखों में प्राप्त होता है | इसका प्रयोग भी सिन्धु क्षेत्र के लिए किया गया था | (Proud Facts About India : भारत के बारे में रोचक जानकारी)

भारत में प्राचीन काल से ही नदियाँ देवतुल्य मानी जाती रही है | ऋग्वेद में सरस्वती नदी को देवी के रूप में दर्शाया गया है | परन्तु वैदिकोत्तर काल में गंगा नदी को मातृदेवी का दर्जा प्राप्त हुआ |

भारत में पृथ्वी और जल दोनों को माता का दर्जा दिया गया क्योकि इन दोनों से ही मानव, पशुओं और पेड़-पौधों का पोषण होता है |

भारत एक शांतिप्रिय देश है | भारत ने अपने आखिरी 1 लाख वर्षों के इतिहास में किसी भी देख पर आक्रमण नही किया है |

भारत विश्व में सर्वाधिक निर्वाचक संख्या वाला देश है | भारत संसार का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है यह विश्व का सातवा सबसे बड़ा देश और प्राचीन सभ्यताओं में से एक है |

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भारत की संस्कृति अत्यधिक प्राचीन है | जब इस धरती पर कई संस्कृतियों में 5 हजार वर्ष पूर्व घुमंतू वनवासी थें, तब हमारे देश में हड़प्पा संस्कृति मौजूद थी |

बीजगणित, त्रिकोण मिति और कलन का अध्ययन भारत में ही प्रारंभ हुआ था | स्थान मूल्य प्रणाली और दशमलव प्रणाली का विकास भी भारत में ही हुआ था | भारत के आर्यभट्ट विश्व में खगोल विज्ञान और गणित के प्रथम युगांतरकारी विद्वान् थें | गुप्तकाल के गणितज्ञ आर्यभट्ट ने 23 वर्ष की आयु में ‘आर्यभट्टीयम’ नामक ग्रंथ की रचना की थी | इसमे अंकगणित, बीजगणित, त्रिकोणमिति और ज्यामिति के सिद्धांत मिलते है | आर्यभट्ट ने अंकसंख्याओं का उल्लेख करते हुए उसमे गणना की दशमिक पद्धति का प्रयोग किया | आर्यभट्ट पहले भारतीय खगोलशास्त्री थें, जिन्होंने यह खोज की कि हमारी पृथ्वी गोल है और अपने अक्ष के चारो ओर परिभ्रमण करती है | सूर्य स्थित है और पृथ्वी गतिशील है | चन्द्रमा और दूसरे ग्रह सूर्य के प्रकाश से ही प्रकाशित होते है, उनमे अपना कोई प्रकाश नही होता है | (Proud Facts About India : भारत के बारे में रोचक जानकारी)

न्यूटन से शताब्दियों पहले भारतीय गणितज्ञ भास्कर ने पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत के बारे में बता दिया था | गुरुत्वाकर्षण के बारे में भाष्कर ने लिखा है कि, “पृथ्वी में आकर्षण शक्ति है, जिसके द्वारा बलपूर्वक पृथ्वी सभी वस्तुओं को अपनी ओर खींचती है | पृथ्वी जिसे खींचती है वह वस्तु भूमि पर गिरती हुई प्रतीत होती है |”

भारतीय राजा अशोक महान विश्व का प्रथम सम्राट था जिसने शस्त्र त्याग करके अहिंसा का मार्ग अपनाया था |

सर्वप्रथम कपास पैदा करने का श्रेय भारत को जाता है | यहाँ सिन्धु सभ्यता के लोगों ने कपास उगाया | चूँकि कपास का उत्पादन सर्वप्रथम सिन्धु क्षेत्र में हुआ, अतः यूनानी लोग इसे सिन्डन कहने लगे, जोकि सिन्धु शब्द से बना है |

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शतरंज खेल की खोज भारत में ही हुई थी | शतरंज का प्राचीन नाम चतुरंग था | यह लेख भारत से अर्ब होते हुए यूरोप पहुंचा और 15वी/16वी सदी में विश्वभर में लोकप्रिय हो गया |

संसार का प्रथम ग्रेनाइट मंदिर तमिलनाडु के तंजोर में स्थित शैव मन्दिर बृहदेश्वर या राजराजेश्वर मंदिर है | बृहदेश्वर मन्दिर के शिखर ग्रेनाइट के 80 टन के टुकड़ों से बने हैं | इस मंदिर का निर्माण चोल राजा राजाराज प्रथम ने करवाया था | भारत के मन्दिरों में सबसे बड़ा व लम्बा बृहदेश्वर मन्दिर एक उत्कृष्ट कलाकृति है | बृहदेश्वर मन्दिर के बहिर्भाग में विशाल नंदी की एकाश्मक मूर्ति बनी है |

विश्व का सबसे ऊंचा क्रिकेट का मैदान हिमाचल प्रदेश के चायल नामक स्थान पर अवस्थित है | इस मैदान को 1893 में  समुद्री सतह से 2444 मीटर की ऊंचाई जमीन को समतल  बना कर तैयार किया गया था |

विश्व में सबसे अधिक संख्या में डाकखाने भारत में स्थित है |

भारत का सबसे बड़ा नियोक्ता भारतीय रेल है | भारतीय रेल 10 लाख से अधिक  लोगों को रोजगार प्रदान करता है |

विश्व का पहला 700 ई.पू. में तक्षशिला में स्थापित किया गया था | तक्षशिला विश्वविद्यालय में 60 से अधिक विषयों में विश्व भर से आए 10,500 से अधिक शिक्षार्थी अध्ययन करते थे |

आयुर्वेद जिसे मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे आरंभिक चिकित्सा शाखा माना जाता है, का जन्म भी भारत में हुआ |

वर्ष 1896 तक  भारत संसार में हीरे का एकमात्र स्रोत था |

बेलीपुल, जोकि हिमाचल पर्वत में द्रास और सुरु नदियों के मध्य लद्दाख घाटी में स्थित है, विश्व का सबसे ऊंचा पुल है | बेलीपुल का निर्माण  भारतीय सेना ने 1982 में किया था |

शल्य चिकित्सा का जनक सुश्रुत को माना जाता है | लगभग 2600 वर्ष पूर्व सुश्रुत और उनके सहयोगियों ने मोतियाबिंद, प्लास्टिक सर्जरी,  मस्तिष्क की शल्य क्रियाये आदि की थी |

भारत में 4 धर्मों –  हिंदू धर्म बौद्ध धर्म जैन धर्म और सिख धर्म  का जन्म हुआ |  इन 4 धर्मों का पालन विश्व की आबादी का 25% हिस्सा करता है |

वाराणसी ( बनारस)  वर्तमान में विश्व का सबसे प्राचीन और निरंतर आगे बढ़ने वाला नगर है | 500 ई.पू. में  भगवान बुद्ध का आगमन वाराणसी में हुआ था |

योग कला का उद्भव  भारत में हुआ और यह 5 हजार वर्ष से अधिक समय से मौजूद है |

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