B.Ed. Part 2 Examination 2018 Paper Fourth

B.Ed. Part 2 Examination 2018 Paper Fourth, Educational Guidance and Counselling

B.Ed. Part 2 Examination 2018 Paper Fourth, Educational Guidance and Counselling : कानपुर विश्वविद्यालय (छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय) द्वारा आयोजित बीएड द्वितीय वर्ष परीक्षा जनवरी 2018 के चतुर्थ प्रश्नपत्र, जिसका शीर्षक “Educational Guidance and Counselling” है, आज विद्यादूत की प्रीवियस केटेगरी में प्रस्तुत किया जा रहा है |

छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित बीएड द्वितीय वर्ष परीक्षा 2018 का यह चतुर्थ प्रश्नपत्र (Educational Guidance and Counselling) शिक्षार्थियों को आगामी परीक्षा के प्रश्नपत्र के प्रारूप को समझने में मदद करेगा |

छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय के शिक्षार्थी पिछले वर्ष की परीक्षाओं अन्य प्रश्नपत्र यहाँ देख सकते है – CSJMU Exams Previous Year Papers (B.Ed. M.A. B.A.)

इसके साथ ही शिक्षार्थी इन परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों के मॉडल पेपर भी यहां देख सकते है – CSJMU Exams Model Papers

B.Ed. Part 2 Examination 2018 Paper Fourth, Educational Guidance and Counselling

नोट : सभी खंडों से निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिए |

निर्देश : अभ्यर्थी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखिए | यदि किसी प्रश्न के कई भाग हो तो उनके उत्तर एक ही तारतम्य में लिखे जाए |

खण्ड – अ : लघु उत्तरीय प्रश्न

नोट : सभी प्रश्न हल कीजिए | प्रत्येक प्रश्न चार अंक का है |

1 (a) – भारतवर्ष में निर्देशन कार्यक्रम के विकास में मुख्य समस्याएं क्या है ?

(b) – परामर्श एवं मनोचिकित्सा के मध्य अंतर लिखिए |

(c) उच्चतर माध्यमिक विद्यालयी स्तर पर निर्देशन कार्यक्रम में शिक्षक-परामर्शदाता की क्या भूमिका होती है ? वर्णन कीजिए |

(d) “एक परामर्शदाता के लिए समूह गतिशीलता का ज्ञान होना आवश्यक है |” स्पष्ट कीजिए |

(e) शैक्षिक निर्देशन के मुख्य उद्देश्यों का वर्णन कीजिए |

(f) एक विद्यालय के निर्देशन कार्यक्रम में परामर्शदाता के उत्तरदायित्व |

(g) ‘रुचि आविष्कारिकाएं’ क्या मापन करती हैं ? कम से कम दो रुचि आविष्कारिकाओं का नाम बताइए |

(h) एक निर्देशन कार्यक्रम में ‘सूचना सेवा’ के मुख्य उद्देश्य एवं कार्य |

खण्ड – ब : दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

नोट : किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए | प्रत्येक प्रश्न 12 अंक का है |

2 – भारतवर्ष में निर्देशन कार्यक्रम के विकास पर एक निबंध लिखिए |

3 – “व्यावसायिक निर्देशन शैक्षिक निर्देशन पर प्रभुत्व रखता है |” स्पष्ट कीजिए एवं इस कथन का औचित्य बताइए |

4 – परामर्श से क्या तात्पर्य है ? वह कौन सी विशिष्ट समस्याएं होती हैं जहाँ परामर्श की आवश्यकता होती है ? स्पष्ट कीजिए |

5 – विशिष्ट बालकों को निर्देशन एवं परामर्श देते समय क्या सावधानियां रखी जानी चाहिए ? वर्णन कीजिए |

खण्ड – स : दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

नोट : किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर दीजिए | प्रत्येक प्रश्न 12 अंक का है |

6 – विद्यालयी निर्देशन सेवाओं के संगठन की मुख्य संकल्पनायें क्या है ? इसकी आवश्यकता एवं क्षेत्र क्या है ? वर्णन कीजिए |

7 – “कोई भी निर्देशन कार्यक्रम अनुवर्ती सेवा के बिना जीवित नहीं रह सकता |” स्पष्ट कीजिए |

8 – एक अच्छे मनोवैज्ञानिक परीक्षण की मुख्य विशेषताएं क्या होती हैं ? निर्देशन कार्यक्रम में मनोवैज्ञानिक परीक्षण किस प्रकार लाभदायी है ? वर्णन कीजिए |

9 – अभियोग्यता परीक्षण से आप क्या समझते हैं ? निर्देशन कार्यक्रम में अभियोग्यता परीक्षण के क्षेत्र एवं उपयोगों का वर्णन कीजिए |