Curriculum Development and Assessment Model Paper 2022

Curriculum Development and Assessment Model Paper

Curriculum Development and Assessment Model Paper 2022 : विद्यादूत में आज हम सीएसजेएमयू बीएड द्वितीय वर्ष (CSJMU B.Ed Second Year) के दूसरे प्रश्नपत्र (पेपर) जिसका शीर्षक है “Curriculum Development and Assessment” का मॉडल पेपर प्रस्तुत कर रहे है | इसके पहले हमने बीएड प्रथम वर्ष और बीएड द्वितीय वर्ष के मॉडल पेपर प्रस्तुत किये थें, जिसे आप Model Papers Category में देख सकते है |

छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी कानपुर के बीएड द्वितीय वर्ष (CSJMU B.Ed 2nd Year) का यह मॉडल पेपर बीएड के विद्यार्थियों को प्रश्नपत्र का प्रारूप समझने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और साथ ही अच्छे अंक लाने में मदद करेगा |

छत्रपति शाहूजी विश्वविद्यालय के बीए, एमए और बीएड के पिछले वर्ष के सभी प्रश्नपत्र यहाँ देखे – CSJMU Previous Year Papers

आप छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित बीए, एमए और बीएड के सभी मॉडल पेपर यहाँ देख सकते है – CSJMU Exams Model Papers

बीएड द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को चाहिए कि इस बीएड मॉडल पेपर को निर्धारित समय में निर्धारित शब्द-सीमा में लिखकर परीक्षा की तैयारी करें | कानपुर यूनिवर्सिटी के बीएड सेकंड ईयर (B.Ed 2nd Year) का यह तीसरा मॉडल पेपर है |

इसके पूर्व बीएड द्वितीय वर्ष के तीन अनिवार्य प्रश्नपत्रों के मॉडल पेपर प्रस्तुत किये जा चुके है, जिन्हें आप नीचे देख सकते है –

Curriculum Development and Assessment Model Paper 2022

Curriculum Development and Assessment Model Paper को 6 यूनिट्स में बांटा गया है –

Unit 1 : BASIC OF CURRICULUM

Unit 2 : PRINCIPLES, PLANNING AND APPROACHES OF CURRICULUM DEVELOPMENT

Unit 3 : DETERMINANTS AND MODELS OF CURRICULUM DEVELOPMENT

Unit 4 : ISSUES AND TRENDS IN CURRICULUM DEVELOPMENT

Unit 5 : CURRICULUM EVALUATION AND ASSESSMENT

Unit 6 : EDUCATIONAL STATISTICS

उपरोक्त 6 यूनिट्स के आधार पर Curriculum Development and Assessment Paper 2022 तैयार किया जायेगा |

CSJMU B.Ed. 2nd Year Model Paper 2021 (पाठ्यक्रम विकास एवं आकलन) इस प्रकार है –

B.Ed. (Part 2) Examination Model Paper 2022

Curriculum Development and Assessment

नोट : सभी खण्डों से निर्देशानुसार प्रश्नों के उत्तर दीजिये |

निदेश : अभ्यर्थी प्रश्नों के उत्तर क्रमानुसार लिखें | यदि किसी प्रश्न के कई भाग हो तो उनके उत्तर एक ही तारतम्य में लिखें |

खण्ड – अ (लघु उत्तरीय प्रश्न)

नोट : सभी प्रश्न अनिवार्य हैं | प्रत्येक प्रश्न 4 अंकों का है |

1 (a). पाठ्यक्रम के अर्थ व आवश्यकता पर प्रकाश डालें |

(b). पाठ्यसामग्री क्रियाओं से क्या तात्पर्य है ?

(c). शैक्षिक तकनीकी का महत्व बताये |

(d). प्रौढ़ शिक्षा क्या है ?

(e). सह-सम्बन्ध का अर्थ व प्रकार बताएं |

(f). वर्धा शिक्षा योजना क्या है ?

(g). समुदाय केन्द्रित पाठ्यक्रम क्या है ?

(h). मापन व मूल्यांकन में सम्बन्ध स्पष्ट करें |

खण्ड – ब (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

नोट : किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर दें | प्रत्येक प्रश्न 12 अंकों का है |

2. कोर पाठ्यक्रम और प्रच्छन्न पाठ्यक्रम क्या है | इनमे मुख्य अंतर स्पष्ट करें |

3. पाठ्यक्रम विकास के प्रमुख प्रतिमान को विस्तार से स्पष्ट करें |

4. शिक्षा के क्षेत्र में सूचना व सम्प्रेषण तकनीकों की उपयोगिता को स्पष्ट करें |

5.सतत् व व्यापक मूल्यांकन को विस्तार से वर्णन करें |

खण्ड – स (दीर्घ उत्तरीय प्रश्न)

नोट : किन्ही दो प्रश्नों के उत्तर दें | प्रत्येक प्रश्न 12 अंकों का है |

6. समकक्षी मूल्यांकन का अर्थ व लाभ का विस्तार से वर्णन करें |

7. मध्यमान व बहुलक में अंतर स्पष्ट करें | शिक्षा के क्षेत्र में बहुलांक का उपयोग व महत्व बताये |

8. मूल्यपरक शिक्षा की आवश्यकता व उद्देश्यों को स्पष्ट करें |

9. धार्मिक व नैतिक शिक्षा से आप क्या समझते है ? विद्यालय में धार्मिक व नैतिक शिक्षा की आवश्यकता व महत्व बताये |

नोट : विद्यादूत के सभी लेखों का सर्वाधिकार सुरक्षित है | किसी भी रूप में कॉपीराइट के उल्लंघन का प्रयास न करें |